मुर्गी पालन प्रशिक्षण केंद्र बिहार

मुर्गी पालन एक लाभकारी व्यवसाय हो सकता है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं और पशुपालन या कृषि आधारित व्यवसायों में रुचि रखते हैं। बिहार में भी मुर्गी पालन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए कई प्रशिक्षण केंद्र खोले गए हैं, जो किसानों और उद्यमियों को इस क्षेत्र में आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करते हैं। आइए जानते हैं बिहार में मुर्गी पालन के प्रशिक्षण केंद्र के बारे में विस्तार से।

1. बिहार राज्य कृषि विपणन निगम (Bihar State Agricultural Marketing Corporation)

बिहार राज्य कृषि विपणन निगम मुर्गी पालन के लिए प्रशिक्षण प्रदान करता है। इस केंद्र में किसानों को मुर्गी पालन के विभिन्न पहलुओं, जैसे- मुर्गी का पालन, आहार, बीमारी की पहचान, और सही प्रबंधन के बारे में जानकारी दी जाती है। यह प्रशिक्षण केंद्र राज्य के विभिन्न जिलों में उपलब्ध है, और इसके माध्यम से किसान अपने व्यवसाय को सफलतापूर्वक चला सकते हैं।

2. कृषि विज्ञान केंद्र (Agriculture Science Centre)

कृषि विज्ञान केंद्र बिहार के विभिन्न जिलों में स्थित हैं और ये मुर्गी पालन के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करते हैं। इन केंद्रों पर प्रशिक्षण देने के लिए विशेषज्ञों और कृषि वैज्ञानिकों की एक टीम होती है, जो किसानों को मुर्गी पालन की आधुनिक तकनीकों से अवगत कराती है। यहां पर किसानों को मुर्गी पालन के अलावा, अंडे और मांस उत्पादन के लिए भी प्रशिक्षण दिया जाता है।

3. गांवों में स्वयं सहायता समूह (Self Help Groups in Villages)

बिहार के कई गांवों में स्वयं सहायता समूह (SHGs) के माध्यम से मुर्गी पालन का प्रशिक्षण दिया जाता है। इन समूहों के जरिए महिलाओं और युवाओं को मुर्गी पालन की जानकारी मिलती है, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद करता है। इन समूहों में खासतौर पर महिलाओं को मुर्गी पालन की बारीकियों के बारे में बताया जाता है, जिससे वे अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने में सक्षम होती हैं।

4. बिहार कृषि विश्वविद्यालय (Bihar Agricultural University)

बिहार कृषि विश्वविद्यालय मुर्गी पालन से संबंधित कई प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है। यहां पर छात्र और किसान दोनों के लिए अलग-अलग कोर्स होते हैं, जहां उन्हें मुर्गी पालन, पोल्ट्री फीडिंग, और पोल्ट्री फार्म के प्रबंधन के बारे में विस्तृत जानकारी मिलती है। यह विश्वविद्यालय बिहार में मुर्गी पालन के क्षेत्र में शोध और नवाचार को बढ़ावा देता है।

5. पोल्ट्री फार्मिंग प्रशिक्षण केंद्र (Poultry Farming Training Centers)

बिहार के प्रमुख शहरों में पोल्ट्री फार्मिंग प्रशिक्षण केंद्र भी उपलब्ध हैं। ये केंद्र मुर्गी पालन के सभी पहलुओं जैसे- नस्ल चयन, मुर्गियों का स्वास्थ्य, औद्योगिक मुर्गी पालन, और अंडे उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करते हैं। यहां पर प्रशिक्षण लेने से किसान अपनी आय बढ़ाने के लिए मुर्गी पालन को एक स्थिर व्यवसाय बना सकते हैं।

6. प्रधानमंत्री रोजगार योजना (PMEGP) के तहत प्रशिक्षण

प्रधानमंत्री रोजगार योजना (PMEGP) के तहत बिहार के विभिन्न जिलों में मुर्गी पालन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस योजना के अंतर्गत किसानों को न केवल प्रशिक्षण दिया जाता है, बल्कि उन्हें मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता भी उपलब्ध कराई जाती है।

निष्कर्ष

बिहार में मुर्गी पालन प्रशिक्षण केंद्र विभिन्न सरकारी और निजी संस्थाओं द्वारा संचालित किए जाते हैं। ये केंद्र किसानों और उद्यमियों को मुर्गी पालन से संबंधित सभी तकनीकी और प्रबंधकीय जानकारी प्रदान करते हैं। इस तरह के प्रशिक्षणों से किसानों को न केवल व्यवसायिक रूप से सक्षम बनाया जाता है, बल्कि उन्हें एक स्थिर और लाभकारी व्यापार की दिशा में भी मार्गदर्शन मिलता है।